भारत में नोट छापने के लिए इस्तेमाल होने वाली स्याही और कागज मुख्यतः देश के भीतर ही निर्मित होते हैं।
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स्याही (Ink):
नोट छापने में इस्तेमाल होने वाली स्याही को उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री से बनाया जाता है। यह स्याही भारत सरकार की सिक्योरिटी प्रिंटिंग और मिंटिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SPMCIL) द्वारा बनाई जाती है। यह स्याही नासिक, महाराष्ट्र और देवास, मध्य प्रदेश में स्थित सिक्योरिटी प्रेसों में तैयार की जाती है। -
कागज (Paper):
नोट छापने के लिए इस्तेमाल होने वाला विशेष कागज "सिक्योरिटी पेपर" कहलाता है, जिसे मजबूत और टिकाऊ बनाया जाता है। पहले यह कागज विदेशों (जैसे जर्मनी और ब्रिटेन) से आयात किया जाता था, लेकिन अब भारत ने अपनी खुद की उत्पादन क्षमता विकसित कर ली है।- भारत में नोटों के लिए कागज मुख्य रूप से होशंगाबाद, मध्य प्रदेश में बने सिक्योरिटी पेपर मिल में तैयार होता है।
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और SPMCIL:
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) और SPMCIL मिलकर सुनिश्चित करते हैं कि नोट छापने के लिए इस्तेमाल होने वाले स्याही और कागज की गुणवत्ता उच्चतम स्तर की हो और इसे सुरक्षा मानकों के तहत बनाया जाए।
इससे भारत आत्मनिर्भर बन गया है और नोट निर्माण प्रक्रिया में बाहरी निर्भरता को कम कर दिया गया है।