सोने की शुद्धता की जांच करने के लिए निम्नलिखित तरीके अपनाए जा सकते हैं:
1. हॉलमार्क जांचें
असली सोने पर BIS हॉलमार्क (Bureau of Indian Standards) होता है।
इसमें 22K, 18K, या 14K का निशान और जौहरी का पहचान कोड भी होता है।
नकली या कम शुद्धता वाले सोने पर यह निशान मौजूद नहीं होता या धुंधला हो सकता है।
हॉलमार्क को लेंस या मोबाइल कैमरे की सहायता से करीब से जांचें।
2. चुंबक टेस्ट
असली सोना चुंबक से आकर्षित नहीं होता।
अगर सोना चुंबक से चिपकता है, तो उसमें मिलावट हो सकती है।
यह तरीका घर पर आसानी से किया जा सकता है और काफी विश्वसनीय भी है।
हालांकि, कुछ नकली धातुएं भी चुंबक से प्रभावित नहीं होतीं, इसलिए अन्य तरीकों से भी जाँच करें।
3. सिरामिक प्लेट टेस्ट
बिना चमक वाली सिरामिक प्लेट पर सोने को रगड़ें।
अगर सुनहरा निशान आता है तो सोना असली है, लेकिन अगर काला निशान आता है तो नकली हो सकता है।
यह परीक्षण सावधानीपूर्वक करें ताकि सोने को नुकसान न पहुंचे।
यह तरीका छोटे गहनों और सिक्कों के लिए अधिक प्रभावी हो सकता है।
4. नाइट्रिक एसिड टेस्ट (केवल विशेषज्ञों के लिए)
असली सोना नाइट्रिक एसिड से प्रभावित नहीं होता।
नकली या मिश्रित धातु हरा या सफेद रंग छोड़ सकती है।
यह परीक्षण अत्यधिक सावधानी की आवश्यकता रखता है क्योंकि एसिड खतरनाक हो सकता है।
अगर आप खुद से यह परीक्षण नहीं कर सकते, तो किसी पेशेवर जौहरी से करवाएं।
5. पानी में डालकर देखें
असली सोना भारी होता है और पानी में डूब जाता है।
नकली या कम शुद्धता वाला सोना पानी में तैर सकता है।
यह तरीका उन गहनों के लिए उपयोगी है जिनमें अतिरिक्त धातुएं मिलाई गई हों।
हालांकि, कुछ नकली गहनों में लेड या अन्य भारी धातुएं हो सकती हैं, जो उन्हें असली जैसा बना सकती हैं।
6. बाइट टेस्ट (दांत से काटने का तरीका)
असली सोना थोड़ा नरम होता है और काटने पर दांतों के निशान छोड़ सकता है।
लेकिन यह तरीका आधुनिक सोने पर प्रभावी नहीं है क्योंकि अब ज्यादातर गहने मिश्रित धातुओं से बनाए जाते हैं।
इसके अलावा, यह परीक्षण आपके दांतों को नुकसान भी पहुंचा सकता है, इसलिए इसे करने से बचें।
7. ध्वनि परीक्षण (Sound Test)
असली सोना किसी ठोस सतह से टकराने पर एक स्पष्ट, मधुर ध्वनि उत्पन्न करता है।
नकली या मिश्रित धातु वाली वस्तुएं भारी और भद्दी ध्वनि उत्पन्न कर सकती हैं।
सोने के सिक्कों पर यह तरीका ज्यादा प्रभावी होता है।
8. पेशेवर जौहरी से जांच कराएं
सबसे भरोसेमंद तरीका किसी अनुभवी जौहरी से जाँच कराना है।
वे कराटे मीटर या XRF मशीन से सटीक जाँच कर सकते हैं।
कुछ जौहरी सोने की शुद्धता को बताने के लिए स्पेक्ट्रोमीटर जैसी उन्नत तकनीक का उपयोग करते हैं।
अगर आपको कोई गहना खरीदते समय संदेह हो, तो खरीदने से पहले उसकी प्रमाणिकता की जांच करवाएं।
अगर आपको 100% पक्का करना है, तो किसी प्रमाणित जौहरी या BIS-मान्यता प्राप्त केंद्र पर टेस्ट करवाएं। हमेशा विश्वसनीय सोने के विक्रेताओं से ही खरीदारी करें और खरीद के समय बिल लेना न भूलें।