रोटी का इतिहास और सही विधि – जानें फूली हुई रोटी कैसे बनाएं? History of roti |

 


"रोटी" शब्द की उत्पत्ति और इतिहास

"रोटी" शब्द की उत्पत्ति प्राचीन संस्कृत भाषा से मानी जाती है। संस्कृत में इसका मूल शब्द "रोटिका" (Rotika) या "रोड" (Rod) है, जिसका अर्थ गोलाकार या घूमा हुआ खाद्य पदार्थ होता है। यह शब्द समय के साथ परिवर्तित होकर हिंदी और अन्य भारतीय भाषाओं में "रोटी" के रूप में प्रचलित हो गया।

रोटी शब्द की उत्पत्ति किसने की?

रोटी शब्द किसी एक व्यक्ति द्वारा नहीं दिया गया था, बल्कि यह भाषा के प्राकृतिक विकास के साथ अस्तित्व में आया। यह शब्द प्राचीन भारतीय ग्रंथों और परंपराओं में मिलता है। भारतीय उपमहाद्वीप में हजारों सालों से रोटी प्रमुख आहार का हिस्सा रही है, इसलिए यह शब्द भी इसी संस्कृति का अभिन्न अंग बन गया।

रोटी का ऐतिहासिक संदर्भ

  • प्राचीन भारत: वेदों और अन्य ग्रंथों में गेहूं और जौ के उपयोग का उल्लेख मिलता है, जिससे माना जाता है कि लोग प्राचीन काल से रोटी जैसी चीजें बनाते थे।
  • मुगल काल: मुगल रसोई में भी रोटी का विशेष स्थान था। बाबर, अकबर और अन्य शासकों के समय "तंदूरी रोटी" और "नान" जैसी रोटियों का उल्लेख मिलता है।
  • ग्रामीण भारत: भारत के गांवों में चूल्हे पर बनी रोटी पारंपरिक भोजन का हिस्सा रही है।

रोटी का सांस्कृतिक महत्व

  • भारतीय भोजन का मुख्य हिस्सा
  • "रोटी, कपड़ा और मकान" को जीवन की मूल आवश्यकताओं में गिना जाता है
  • गुरुद्वारों में "लंगर" में रोटी का विशेष महत्व होता है
  • कई हिंदी कहावतों में भी "रोटी" शब्द आता है, जैसे "रोटी कमाना" (जीवन यापन करना)

सॉफ्ट और फूली हुई रोटी कैसे बनाएं? 🍽️🍞

सामग्री:

  • गेहूं का आटा – 2 कप
  • पानी – आवश्यकतानुसार
  • नमक (वैकल्पिक) – 1 चुटकी
  • घी/तेल (वैकल्पिक) – 1 छोटा चम्मच

रोटी बनाने की विधि

1. आटा गूंधना (Kneading the Dough)

1️⃣ एक बड़े बर्तन (परात) में 2 कप गेहूं का आटा लें।
2️⃣ यदि चाहें, तो स्वाद के लिए 1 चुटकी नमक डालें।
3️⃣ थोड़ा-थोड़ा पानी डालते हुए आटा गूंधना शुरू करें।
4️⃣ जब आटा हल्का नरम और चिकना हो जाए, तो इसे 10-15 मिनट के लिए ढककर रख दें, ताकि यह सेट हो जाए।
5️⃣ (वैकल्पिक) आटे को और मुलायम बनाने के लिए 1 छोटा चम्मच तेल/घी डालकर थोड़ा और गूंध लें।


2. लोई बनाना (Making Dough Balls)

1️⃣ गूंथे हुए आटे से छोटे-छोटे गोल लोई (गेंद) बना लें।
2️⃣ थोड़ा सूखा आटा (परथन) लें और लोई को बेलन से गोल बेल लें
3️⃣ ध्यान दें कि रोटी न बहुत मोटी हो और न ही बहुत पतली।


3. रोटी सेंकना (Cooking the Roti)

1️⃣ तवा गर्म करें (मीडियम आंच पर)।
2️⃣ बेले हुए रोटी को गरम तवे पर डालें।
3️⃣ जब रोटी के ऊपर छोटे बुलबुले दिखने लगें, तो उसे पलट दें।
4️⃣ दूसरी तरफ हल्की भूरी चित्ती आने तक सेकें।
5️⃣ अब फिर से पलटें और हल्के हाथ से रोटी को फुलाने की कोशिश करें।
6️⃣ यदि गैस पर सीधी फुली हुई रोटी चाहिए, तो इसे सीधे आंच पर कुछ सेकंड के लिए रखें।
7️⃣ रोटी फूलेगी, फिर इसे निकालकर घी लगाएं।


महत्वपूर्ण टिप्स:

✔ आटा न ज्यादा सख्त हो और न ज्यादा गीला।
✔ गूंधने के बाद आटे को 10-15 मिनट ढककर रखें।
✔ तवा बहुत ठंडा या ज्यादा गरम न हो।
✔ रोटी को ज्यादा देर तक तवे पर न रखें, वरना वह सख्त हो जाएगी।

अब आपकी नरम और फूली हुई गरमा-गरम रोटी तैयार है! 😋🔥🥰

निष्कर्ष

"रोटी" शब्द का कोई एक आविष्कारक नहीं है, बल्कि यह संस्कृत भाषा से विकसित हुआ और भारतीय संस्कृति का हिस्सा बन गया। आज भी यह भारत के हर हिस्से में भोजन का मुख्य आधार है। 🍽️🌾

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